दिनांक 28 जून 2024 को होटल टॉप इन टाउन कोरबा में ग्राम मित्र एवं क्रई के सहयोग से एक दिवसीय जिला स्तरीय क्षमता वर्धन के तहत उच्च शिक्षा पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें संस्था के अध्यक्ष श्री मुनीव शुक्ला जी ने कार्यक्रम के बारे में बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक रूप से कमजोर एवं विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों की भागीदारी उच्च शिक्षा में कम है इसे बढ़ाने के लिए संस्था द्वारा समय-समय पर इस प्रकार के आयोजन किए जाते प्राध्यापक स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालयद्वारा बताया कि उच्च शिक्षा के महत्व को बताते हुए कहा पहले लोग साक्षर होते हैं फिर शिक्षित होते हैं फिर उच्च शिक्षा में जाते हैं उच्च शिक्षा में ज्ञान का विस्तार, कौशल विकास, व्यक्तिगत विकास, सामाजिक व सांस्कृतिक विकास, रोजगार और कैरियर विकास, सामाजिक जिम्मेदारियां का बोध होना, आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होता है साथ ही चुनौतियां भी है – आर्थिक संसाधनों की कमी, बुनियादी ढांचों की कमी, भाषा और संस्कृति की विविधता, सामाजिक और आर्थिक विषमता है देश के विकास में मजबूत शिक्षा व्यवस्था के निर्माण में मानव संसाधन का विकास, सामाजिक सुधार, स्वास्थ्य और जीवन स्तर में सुधार, राजनीतिक स्थिरता और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता हैइसके पश्चात श्रीमती अनिमा तिर्की शासकीय मिनीमाता कन्या महाविद्यालय कोरबा की क्रीड़ा अधिकारी ने अपने उद्बोधन में बताया कि उच्च शिक्षा में खेल गतिविधियों के माध्यम से भी लोग अपना कैरियर बना रहे हैं और स्वस्थ रहने के लिए स्वस्थ खान-पान होना चाहिए ग्रामीण क्षेत्रों में खून की कमी, पोषण दूर करने हेतु स्थानीय स्तर पर उपलब्ध पौष्टिक भाजी, फल, दूध का सेवन करना चाहिए
उच्च शिक्षा पर जिला स्तरीय कार्यक्रम उच्च शिक्षा के लिए मजबूत शिक्षा व्यवस्था की आवश्यकता
इसी प्रकार मितानिन जिला समन्वयक कपूर चंद देवांगन जी ने बताया कि प्रत्येक माह गांव में भी VHND होता है जिसमें स्वच्छता एवं पोषण के बारे में बताया जाता है मितानिन के माध्यम से इसका लाभ लेना चाहिए साथ ही रक्त की कमी के लोगों को स्वास्थ्य विभाग से मिलने वाली सलाह को मानना चाहिए ग्राम चचिया की शिक्षिका श्रीमती पुष्पेंद्र कंवर ने 6 से 14 वर्ष के बच्चों को निशुल्क शिक्षा में शामिल किया गया है इसे 12वीं तक किया जाए जिससे सभी बच्चे 12वीं तक पढ़ सके अंत में 10वीं एवं 12वीं पास विशेष पिछड़ी जनजाति बच्चों को संस्था द्वारा प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया ताकि वह आगे की पढ़ाई जारी रखें
संगोष्ठी में एसएमसी सदस्य, छात्र, सामाजिक कार्यकर्ता एवं एमएसडब्ल्यू प्राध्यापक श्री राजेश एक्का जी ने भाग लिया एवं सभी ने अपने-अपने विचार रखें
अंत में आभार प्रदर्शन संस्था के कार्यकर्ता त्रिलोकी चौहान द्वारा किया गया!